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Oct 31, 2008
















यादें है आपकी तनहा तनहा
rangat चाँदनी की है फीकी फीकी
aasamane भी ओढ़ ली है
ghani si chadar बादलोंकी


बरस रहा है ऐसे सावन
मेघों का हो जैसे रुदन
जानते है वो ये राज जरूर
की आज है आप हमसे दूर


phasala हमारे जो है दरमियान
यह रात वो तय कर न पायी
बस में नही मेरा ये मन
साथ है बस इंतज़ार और तन्हाई



राह अपनी चल दिए बस
आप तो कहकर 'अलविदा'
मेरा अब तक वही है
जिस मोड़ पे हम हुवे जुदा





आसन भी तो नही बीतना
मौसम ये बिन bahar के
inhi daaliyon पर, khilenge
लेकिन

फूल एक दिन प्यार के



hulki si मुस्कान aapakii
और आंखों में 'thodasa प्यार'
वो हर lamha kurbaan उसपर
जिसने आपका किया इंतज़ार................................


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